MP: रूठों को मनाना बीजेपी-कांग्रेस के लिए बना सिरदर्द, बागी बिगाड़ रहे हैं खेल!

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 में रूठों की नाराजगी भाजपा-कांग्रेस के लिए सिर दर्द बनी है. प्रत्याशियों की घोषणा के बाद से ही विरोध तेज होता जा रहा है. भाजपा में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के साथ ही शुरू हुए बगावत के तेवर अब तक नहीं थमे हैं. ऐसे में दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेता रूठों को साधने में लगे हैं. कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के समय रूठों को मनाने का जिम्मा पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर था. लेकिन अब दिग्विजय सिंह खुद भोपाल सीट से मैदान में हैं. फिलहाल अभी कांग्रेस में समन्वय की जिम्मेदारी किसी को नहीं दी गई है. खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोर्चा संभाल रखा है.

कांग्रेस में कौन नाराज-

-कांग्रेस ने 14 सीटों पर नए चेहरे उतारे है. इस तरह खंडवा में सुरेंद्र सिंह शेरा अब अऱूण यादव के विरोध में आ गए हैं.

-कांग्रेस को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक विरोध में हैं.
-सीधी में अजय सिंह ने भी भितरघात की आशंका जताई है.

-सतना में राजेंद्र सिंह भी है पार्टी से नाराज

-राजाराम त्रिपाठी को टिकट मिलने से है नाराजगी
-हाल ही में बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए प्रमिला सिंह को टिकट मिलने पर कार्यकर्ताओं में असंतोष है.

वहीं भाजपा में भी टिकट वितरण के बाद से ही नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है. बालाघाट, खरगोन में खुलकर विरोध जारी है. तो वहीं सीधी में रीति पाठक का विरोध भी बढ़ता ही जा रहा है. पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस की नाराजगी पार्टी के लिए चुनौती बनती जा रही है. साथ ही सीधी में रीति पाठक को भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.