कलेक्टर ने यूं खोला सरकारी कर्मचारी का ये राज, सीधा पत्नी को लगा दिया फोन!

लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण का मतदान हो चुका है लेकिन राजस्थान में चौथे और पांचवें चरण में चुनाव होना है और सरकारी कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी आफत की तरह सताने लगी है. इस ड्यूटी से बचने के लिए अकेले राजधानी जयपुर में साढ़े चार हजार से अधिक आवेदन अब तक मिल चुके हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि जिला कलेक्टर को मिलने वाले इन आवेदनों में परिजनों और रिश्तेदारों की मौत का बहना सबसे ज्यादा है. ड्यूटी से बचने के लिए एक शिक्षक का बोला गया ऐसा ही एक झूठ का पर्दाफाश खुद कलेक्टर ने किया है.


आवेदक सरकारी शिक्षक ने चुनावी ड्यूटी में आने से असमर्थता जाहिर करते हुए कारण बताया कि 'मेरी सास का निधन हो गया है और वह ड्यूटी नहीं कर सकता'. जानकारी के अनुसार जयपुर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह को शिक्षक की इस दलील पर शक हुआ और उन्होंने आवेदन पर लिखे टेलीफोन नंबर पर फोन मिलाया. फोन आवेदक की पत्नी ने उठाया.
चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए बहाने.

कलेक्टर ने महिला से पहचान पूछने के बाद अपना परिचय दिया. इसके बाद जब उन्होंने महिला से कहा, 'मुझे ये सुनकर बहुत दुख हुआ कि आपकी माता जी का निधन हो गया है'. इतना सुनक महिला ने चौंकते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है.

कलेक्टर ने जब चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए शिक्षक के बताए कारण का हवाला दिया तो महिला कुछ नहीं बोली. कलेक्टर ने झूठ पकड़े जाने के बाद शिक्षक के आवेदन को निरस्त करते हुए ड्यूटी पर भेजने के आदेश दिए साथ ही झूठा बहाना बनाने पर कार्रवाई के लिए भी कहा.