पिद्दी सटोरियों को जेल की हवा खिला दी और नामी गिरामियों को हमदर्दी का टाॅनिक, फाॅलोअप में भी खाकी का कमाल

नीमच। पिछले दिनों पुलिस ने आईपीएल क्रिकेट मैच में आॅनलाइन सट्टा करने वाले तीतर, बटेर जैसे सटोरियों को दबोचा था। पकड़े गए युवक बताते रहे कि वे तो प्यादे हैं मेन खिलाड़ी तो दूसरे हैं। नाम बताए तो पुलिस का बड़ा अनुसंधान शुरु हो गया। इसके फाॅलोअप में पुलिस ने शनिवार को कार्रवाई बताई जिसमें तीन सटोरिये पकड़े गए। बड़ा सवाल यह है कि पहली कार्रवाई में जिन छोटी मछलियों को पकड़ा गया था उन पर तो न जाने कौन-कौन सी धाराएं लगाकर जेल तक पहुंचा दिया। लेकिन बड़ों पर हुई कार्रवाई पूरी तरह हमदर्दी से लबरेज दिखाई पड़ती है। पहली कार्रवाई में बंगला नंबर 58 और टीचर काॅलोनी सहित अलग-अलग दबिशों में श्याम पाटीदार, कन्हैया बैरागी, पियुष मलासिया को गिरफ्तार किया था। नगदी, लेपटाॅप, मोबाइल, एलइडी आदि भी जब्त किए गए थे। इस कार्रवाई में पुलिस ने आरोपियों पर विभिन्न धाराओं का इस्तेमाल किया और जेल तक पहुंचाया। तब हुई पूछताछ में इन आरोपियों ने खुद को छोटे मोटे बताकर असली खिलाड़ियों के नाम बताए थे। पुलिस की माने तो पूछताछ के बाद बड़ा तकनीकी अनुसंधान हुआ। तब फाॅलोअप में शनिवार को बृजेश, रितेश जैन और सौरभ सिंहल को भी नामजद करना बताया गया। अन्य तीन चार के और भी नाम जोड़े गए। अब यदि इन तीनों को बड़ा दांव बाज माना गया तो फिर इनके खिलाफ सख्ती क्यों नहीं दिखाई गई। इस घटनाक्रम के बाद कार्रवाई पर स्वतः सवालिया निशान लग रहे हैं। नीमच में वैसे भी आईपीएल क्रिकेट सट्टे को लेकर पुलिस की धमाकेदार कार्रवाई एक भी सामने नहीं आई है। अन्य जिलांे में फिर भी पुलिस की धुुंआधार बल्लेबाजी देखने को मिल रही है। लेकिन यहां बल्लेबाजी अपनी पारी को संभालने की ज्यादा दिखाई दे रही है।