तथाकथित पत्तलकार राहुल मेघवाल पंहुचा सलाखों के पीछे, पढ़े पूरी खबर

नीमच। गांव की पगडंडीयो से आॅफिस बाॅय का सफर तय करने वाला रातड़िया का राहुल मेघवाल इन दिनो खुब सुर्खियो में छाया हुआ है। कल ही बात है जब उसी के गांव के कुछ लोगो ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहंुचकर राहुल और उसके अन्य साथियो के विरूद्ध फर्जी प्रकरण दर्ज कराने और 2 लाख की फिरोती मांगने के आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौपा था। उसी रात करीब 10 बजे रातड़िया गांव के रामजानकी मंदिर के समीप बिंदोली निकाली जा रही थी, जिसमे छग माल पीकर राहुल मेघवाल द्वारा पथराव करने का मामला प्रकाश में आया है। राहुल मेघवाल के विरूद्ध सिटी पुलिस ने धारा 204, 506, 294 में प्रकरण दर्ज कर राहुल का पत्रकार बनने का भूत उतार दिया। पुरी रात जूते का तकीया बनाकर राहुल को रात गुजारनी पड़ी। हालांकि दोनो ही पक्ष एक ही गांव के होने के कारण मामले में समझोता होने की सूचना मिली है।
 
- व्यापारी खौफजदा
कुछ समय पूर्व राहुल मेघवाल किसी संस्था में मार्केटिंग का कार्य करता था। उस संस्था से निकाले जाने के बाद आॅफिस बाॅय की हैसियत से किसी दफ्तर में कार्यरत रहा। वहां भी कई मामले खुलकर सामने आने पर राहुल को तुरंत बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। जिसके बाद से छोलाछाप पत्तलकार राहुल मेघवाल के मंडी व्यापारियो को चमकाने, धमकाने और अवैध वसूली के कारनामे खुलकर सामने आने लगे। बिते दो दिन पूर्व किसी मंडी व्यापारी के गोदाम पर दबिश देने के संबंध में हंगामा हुआ। जहां भी प्रमुख नाम राहुल मेघवाल बताया गया। व्यापारी वर्ग पुरी तरह इस तरह के फर्जी पत्रकारो से खौफजदा है। वही इस पुरे मामले में मीडिया में मुख्य सरगना को छोड़कर दुसरो पर लांछन लगाए गए। जबकि असल में राहुल मेघवाल से व्यापारी वर्ग प्रताड़ित है।