बुर्क़ा VS घूंघट : कल की थी रोक की वकालत, आज बोले-मेरा ये मतलब नहीं था...

 

लेखक-गीतकार-शायर जावेद अख़्तर ने घूंघट वाले बयान पर आज सफाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया कि कुछ लोगों ने मेरा बयान बिगाड़ने की कोशिश की है.

अपने बयान पर विवाद हुआ तो जावेद अख़्तर ने अपना मत पेश करने में देर नहीं की. वह बुर्के के साथ राजस्थान की घूंघट प्रथा को बैन करने वाले अपने बयान से पलट गए. उन्होंने ट्वीट किया कि कुछ लोगों ने मेरे बयान को बिगाड़ने का प्रयास किया है. मैंने कहा था कि हो सकता है श्रीलंका में सुरक्षा के लिहाज़ से इसे बैन किया गया हो, लेकिन वास्तव में ये महिला सशक्तिकरण के लिए ज़रूरी है. उन्होंने आगे लिखा चेहरे का ढंकना बंद होना चाहिए चाहे वो बुर्का हो या राजस्थान की घूंघट प्रथा.


जावेद अख़्तर गुरुवार को भोपाल में थे. यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बुर्के पर बैन को लेकर चल रही चर्चा पर अपनी राय दी थी. उन्होंने कहा था कि अगर बुर्क़े पर बैन लगता है तो सरकार राजस्थान में घूंघट पर भी प्रतिबंध लगाए.