देश में अठनि बंद हुवे दशक बीत गये, मगर आज भी हमारे यहाँ अठनि में ख़रीदा जाता है प्याज, पढ़े एस.एस कछावा की खास रिपोर्ट  !

नीमच।  मध्यप्रदेश में आमचुनाव से पहले एक बार फिर किसानों का मुद्दा गरमाने लगा है। एक बार फिर से किसानों को प्याज खून के आंसू रुलाता रहा है। आप को बता दे हमारे देश में अठनि बंद हुवे कई दशक बीत गए मगर आप को यह जानकार हैरानी होगी की आज भी अठनि में हमारे यहाँ प्याज ख़रीदा जाता है। जी हा दरअसल हम ऐसा इस लिए कह रहे है की प्रदेश की सब से बड़ी कृषि उपज मंडी में किसानों के प्याज का दाम 50 पैसे प्रति किलो लगाया जा रहा है। ऐसे में किसान अपनी प्याज को मंडी में ही फेंक कर जाने को मजबूर है। 

 

 नीमच कृषि उपज मंडी में प्याज बेचने आये किसानो के प्याज का दाम महज 50 पैसे प्रति किलो लगाया जा रहा है ऐसे में किसान प्याज को मंडी में ही छोड़ कर जा रहा है। मंडी में प्याज बेचने आये किसानो के अनुसार एक बीघा प्याज बोन पर करीब 15 हजार का खर्चा आता है मगर जब मंडी में प्याज बेचने के लिए आये तो उसका लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में हताश किसान मंडी में ही प्याज फेंक कर जाने को मजबूर है। हालांकि  मंडी सचिव संजीव श्रीवास्तव का कहना है की अच्छी क़्वालिटी का प्याज 5 से 7 रूपए प्रति किलो तक बिक रहा है मगर जो पुरानी प्याज है उसका भाव कम मिल रहा है वही आगे भी प्याज की खरीदी कम होना बताई जा रही है। 

 

गौरतलब है की पूर्व सरकार के दौरान किसानो का प्याज समर्थन मूल्य पर ख़रीदा जा रहा था मगर वर्तमान सरकार द्वारा प्याज को लेकर कोई भी आदेश नहीं आये है इस को लेकर एक बार फिर किसान परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया है।