OMG! सांसद ने ऐसा क्या कहलवा दिया राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के मुंह से जो चारों ओर हो रही किरकिरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही नहीं छोड़ा तो सामान्य लोगों के सामने कितनी बत्तीबाजी होती होगी, सरकारी रिकार्ड ने खोल दी इस सफेद झूठ की पोल!

नीमच। सांसद सुधीर गुप्ता अपने बोलवचन के कारण आए दिन विवादों में रहते हैं। इस बार तो उन्होने हद ही कर दी। खुद तो ठीक पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जुबान से ऐसा झूठ निकलवा दिया जिससे चारों तरफ भाजपा की थू-थू हो रही है। 

दरअसल 2 मई  को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मनासा में भाजपा सांसद प्रत्याशी सुधीर गुप्ता के समर्थन में सभा को संबोधित करने आए थे। सभा में शाह ने मोदी सरकार के कसीदे काढ़ते हुए कई उपलब्धियों का बखान किया। इस दौरान वे कहने लगे कि नीमच जिले में गरीब परिवारों के लिए 40 हजार मकान बनवा दिए हैं। कुछ गलतफहमी न हो इसके लिए शाह ने सांसद सुधीर गुप्ता से मंच पर ही इसके बारे में पूछ लिया कि गुप्ता जी ऐसा ही हुआ है ना। तो जवाब में गुप्ता ने भी हां में हां मिला दी। बड़े दम के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह के मुंह से यह झूठ निकला कि नीमच जिले में केंद्र की योजना में 40 हजार मकान बनवाए गए हैं।  जब इस बात की पुष्टि के लिए सरकारी रिकार्ड खंगाला तो पता चला कि जिले में केवल 9 हजार 529 मकान ही बने हैं। अब कहां 40 हजार मकान और कहां साढ़े नौ हजार मकान। बिना वजह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह, मंदसौर-नीमच के सांसद सुधीर गुप्ता के चक्कर में इतना बड़ा झूठ और वह भी जोर से कह बैठे। अब कांग्रेस ही नहीं आम जनता में भी इस बात को लेकर सांसद और शाह की खिल्ली उड़ाई जा रही है। (इस पुरे घटाक्रम का वीडियो जस्ट नीमच के पास उपलभ्ध है)

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अजीत कांठेड़ कहते हैं कि भाजपा का काम ही है झूठ बोलो, जल्दी बोलो और जोर से बोलो। सांसद को यही पता कर लेना था कि जिले मंे पात्र आवासहीनों की संख्या कुल है कितनी। 

गौरतलब है कि सांसद सुधीर गुप्ता पर भाजपा और राष्ट्रीय नेतृत्व को कितना भरोसा है इसका भी उदाहरण इसी सभा में देखने को मिल चुका है। जब अमित शाह ने मंच से ही कहा था कि गुप्ता ने आवास बनाए हों, पानी की अच्छी व्यवस्था की हो, सड़कंे बनवाई हों या उनका व्यवहार अच्छा हो तो भी उन्हें वोट मत देना, वोट तो केवल और केवल मोदी के नाम पर ही देना। 

सांसद के बारे में यह तो जगजाहिर है कि वे क्षेत्र में भी स्थानीय मुद्दों की बजाय राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर बतोलेबाजी करते रहे हैं। इस बार तो उन्होने हद ही कर दी और मोदी के बाद दूसरे क्रम के नेता को भी अपनी बत्तीबाजी से हंसी का पात्र बना दिया। इससे स्पष्ट हो रहा है कि संसदीय क्षेत्र में सांसद की धरातल पर स्थिति क्या है।