आखिर क्या हुआ ऐसा जो उर्जा मंत्री नीमच जिले के एक टीआई के खिलाफ कार्रवाई करने पर अड़ गए, टीआई की सफाई, शादी में गए थे गलतफहमी हो गई

नीमच। जिले के पुलिस महकमे में पदस्थ एक टीआई का कारनामा इन दिनों खूब चर्चाओं में हैं। वे जिले की सीमा में ही नहीं सिमटे बल्कि राजगढ़ के खिलचीपुर क्षेत्र में धूम मचा आए। मामला जब खिलचीपुर विधायक एवं प्रदेश के उर्जा मंत्री प्रियवृतसिंह के संज्ञान में आया तो उन्होने टीआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दे दिया। 
बताया जाता है कि राजगढ़ के खिलचीपुर क्षेत्र में डांगी समाज में एक विवाह समारोह था। तीन दिन पूर्व हुए इस आयोजन में दो पक्षों में किसी बात पर विवाद हो गया, मारपीट भी हुई। एक पक्ष ने थाने में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने कुछ लोगों को थाने पर बैठा भी लिया लेकिन सुबह तब बवाल हो गया जब फरियादी पक्ष को पता चला कि पकड़े गए लोगों को तो थाने से रात में ही रवाना कर दिया गया। इस पूरे मामले में नीमच जिले के जावद में पदस्थ टीआई केएल डांगी की भूमिका बताई जा रही है। जिन लोगों के साथ घटना हुई वे मंत्री प्रियवृतसिंह के नजदीकी थे। लिहाजा मंत्रीजी पहुंच गए थाने पर। वहां वे धरने पर बैठ गए। मामला गहराता देख राजगढ़ के एसपी और एसडीओपी भी वहां पहुंचे तो मंत्री जी का पारा सातवें आसमान पर था। उन्होने अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई, और पूछा कि इंस्पेक्टर केएल डांगी यहां क्या लेने आए थे। क्या वे यहां पदस्थ हैं। उनके कहने पर आरोपियों को क्यों छोड़ दिया गया! सीसीटीवी फुटेज में भी थाने में डांगी की आमद रिकार्ड होने की बात आ रही है। मंत्री प्रियवृतसिंह ने डांगी के खिलाफ और दोषी स्टाॅफ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश वहां के पुलिस अधिकारियों को दिए। इस पूरे मामले का विडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें अधिकारी भी अपना गला बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की बात कहते दिखाई दे रहे हैं। 
अब इस मामले में जावद टीआई डांगी ने सफाई दी है कि वे तो विवाह कार्यक्रम में गए थे, इसमें विवाद हो गया था। थाना रास्ते में ही पड़ता है इसलिए वहां चले गए थे, इसमें कुछ गलतफहमियां हो गई। लेकिन डांगी जी को यह पता नहीं है कि वहां मंत्री के साथ मौजूद भीड़ ने पूरी कारगुजारियां जाहिर कर दी। यहां तक आरोप है कि पुलिस ने वहां आरोपियों को पैसे लेकर छोड़ दिया। अब यह पैसे किसने दिलवाए होंगे यह जांच का विषय हो सकता है। कुल जमा नीमच जिले के जावद टीआई का खिलचीपुर जाना और विवाद निपटाने में खुद विवादित हो जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।