MP में आखिरी चुनावी रैली में बोले पीएम- जिसने कर्ज़ माफ़ नहीं किया उनसे कहिए- हमें माफ़ करो!

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार (17 मई) को खरगोन में आमसभा की. मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 में उनकी ये आख़िरी सभा थी. खरगोन सहित मालवा-निमाड़ की 8 सीटों पर 19 मई को मतदान होगा. जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कमलनाथ सरकार पर सीधा हमला बोला. उन्‍होंने कर्ज़माफी और बिजली के मुद्दे पर कमलनाथ सरकार को आड़े हाथ लिया. अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है.

नर्मदा अंचल में आए पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भारत माता, नर्मदे हरे, जय महेश्वर, जय ओंकारेश्वर के नारे के साथ की. उन्होंने स्‍थानीय बोली में सबका अभिवादन भी किया. यहां आकर सबसे पहले पीएम ने स्वतंत्रता संग्राम के नायक भीमा नायक को याद किया. भीमा नायक स्मारक बनाने पर शिवराज सिंह चौहान और उनकी टीम को बधाई दी. पीएम ने निमाड़ की धरती पर दिवंगत कुशाभाऊ ठाकरे को भी याद किया. लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी सभा में भीड़ देखकर पीएम ने कहा कि ये दिल की आवाज़ है. इसने 2019 के चुनाव में रंग भर दिया है. पीएम मोदी ने कहा खरगोन वो इलाका है, जहां आतंकवाद ख़त्म करने में जनता का सहयोग मिला है.

'प्रदेश में ढाई लोगों की सरकार'
पीएम मोदी ने सीधे-सीधे कमलनाथ सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा प्रदेश में ढाई मुख्यमंत्री की सरकार है. उन्‍होंने लोगों से कहा कि मध्‍य प्रदेश मेें ट्रांसफर उद्योग चल रहा है. दिल्ली भेजा पैसा चुनाव प्रचार में लगा दिया गया. तुगलक चुनाव घोटला किया गया, जिसमें करोड़ों रुपए बरामद किए गए.
पीएम मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने वादा किया था कि 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ़ कर दिया जाएगा. उन्‍होंने पूछा कि अब तक कर्ज माफ़ हुआ क्या? उल्टा बैंक नए कर्ज नहीं दे रहा है. जिन्होंने कर्ज माफ़ नहीं किया, उनसे कहिए कि आप हमें माफ़ करो और जाओ.

आदिवासियों को दिलाया भरोसा
सभा में बड़ी संख्या में आए आदिवासी समाज के लोगों से मुखातिब होेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा जब तक मोदी और बीजेपी है, तब तक जंगल में रहने वाले इस (आदिवासी) समुदाय की ज़मीन पर कोई हाथ नहीं लगा सकता है. केन्द्र सरकार लगातार आदिवासी कल्याण और जनसुनवाई के लिए काम कर रही है.
पीएम ने कहा ऐसा झूठ फैलाया जा रहा है कि मोदी किसानों के खाते में जो पैसा जमा करता है, वो चुनाव के बाद वापस ले लेगा. भारत सरकार आपके खाते में जो पैसे जमा कर रही है वो पैसे आपके हैं, दुनिया की कोई ताकत उन पैसों को वापस नहीं ले सकती है.

फसलों की लागत कम हो और उचित मूल्य मिले, ये हमारा निरंतर प्रयास रहा है. अन्नदाता अब ऊर्जादाता भी बने इसके लिए हम कदम उठा चुके हैं. किसान अपनी जमीन पर सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा करें और राज्य सरकार उस बिजली को खरीदे, ऐसे प्रयास हमारी सरकार कर रही है.