कुछ ऐसा है खरगोन लोकसभा क्षेत्र का मिजाज़, जहां पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज सभा की!

खरगोन लोकसभा क्षेत्र में 19 मई को मतदान है. कांग्रेस बीजेपी दोनों ही प्रमुख दलों ने अपनी पूरी ताकत यहां झोंक दी है. आज पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में आख़िरी सभा कर माहौल बीजेपी के पक्ष में करने की कोशिश की है.
भीषण गर्मी के बावजूद चुनाव प्रचार अभियान के दौरान आरोप - प्रत्यारोप चले. सरगर्मी पूरे शबाब पर रही. लेकिन मतदाताओ के मौन ने सारे राजनैतिक समीकरण बिगाड़ रखे हैं. आदिवासी बाहुल्य खरगोन लोकसभा
क्षेत्र से 7 उम्मीदवार आपना भाग्य आजमा रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के गोविन्द मुजाल्दा और भाजपा के गजेन्द्र सिंह पटेल के बीच है. हाल ही में करीब 5 माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में बडवानी को छोड़कर सभी विधानसभा क्षेत्र पर कांग्रेस का कब्जा हो गया. लेकिन भाजपा की गठन क्षमता और मोदी फैक्टर के कारण चुनाव में कांटे की टक्कर हो रही है. हार जीत किस पार्टी की होगी इसका अभी अनुमान लगाना मुश्किल लग रहा है.
मतदाताओं को लुभाने के लिए दोनों राजनैतिक दलों ने अपनी ओर से
कोई कसर नहीं छोड़ी. खरगोन लोकसभा क्षेत्र में कुल - 1834012 मतदाता हैं. इनमें से पुरुष मतदाता - 92878 औऱ महिला मतदाता -909212 हैं. 19 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. संसदीय क्षेत्र में फस्ट टाइम वोटर की तादाद - 70141 है, इस बार पूरे संसदीय क्षेत्र में कुल 2350 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
खरगोन संसदीय क्षेत्र में खरगोन ज़िले की चार खरगोन, कसरावद, भगवानपुरा और महेश्वर और बड़वानी ज़िले की बड़वानी, राजपुर , सेंधवा और पानसेमल विधानसभा शामिल हैं. तीन साल पहले जिला अस्पताल से वीआरएस लेकर डाँ गोविन्द मुजाल्दा हाल ही में कांग्रेस से जुड़े और टिकट लाकर सबको चौका दिया था. लेकिन सामाजिक क्षेत्र का बड़ा नाम होने के कारण डाँ मुजाल्दा को अच्छा खासा समर्थन मिल रहा है.
कमलनाथ सरकार में इस क्षेत्र से तीन मंत्री डॉ विजयलक्ष्मी साधौ, सचिन याद और बाला बच्चन हैं.जिले के प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा हैं. डॉ गोविन्द मुजाल्दा के समर्थन में राहुल गांधी सभा कर चुके हैं. उसके बाद वो अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं. मुजाल्दा का कहना है कांग्रेस के घोषणा पत्र में जो वादे किए गए हैं उनके आधार पर जीत तय है.
मोदी लहर में वर्ष 2014 में करीब 2 लाख 58 हजार मतो से जीतने वाले भाजपा के सांसद सुभाष पटेल का टिकट काटकर इस बार पार्टी ने प्रदेश भाजपा आदिवासी मोर्चा अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह पटेल को टिकट दिया है. भाजपा को उम्मीद है की विधानसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद गजेन्द्र पटेल कांग्रेस से कड़ा मुकाबला करने में कामयाब रहेंगे.