सोशल मीडिया में किसने कितना किया ख़र्च, आयोग रख रहा है पाई-पाई का हिसाब!

चुनावी प्रचार के लिए सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से खर्च करने वाले प्रत्याशियों पर चुनाव आयोग की पैनी नज़र है. प्रत्याशियों के सोशल मीडिया के कंटेट के साथ सोशल प्रचार पर खर्च की राशि का भी चुनाव आयोग हिसाब लगा रहा है. चुनाव आयोग के डाटा से साफ है कि एमपी में अब तक सोशल मीडिया पर प्रचार के मामले में दिग्विजय सिंह ने सबसे ज्यादा पैसे खर्च किए.
आजकल प्रचार के लिए सोशल मीडिया सबसे आसान ज़रिया है. इससे वो अपने टारगेट ऑडियंस यूथ को बिना किसी मेहनत साध सकता है.यही कारण है कि चुनाव में राजनैतिक दल और प्रत्याशी धड़ल्ले से सोशल मीडिया का इस्तेमाल मतदाताओं तक पहुंचने में करते हैं.पार्टियों और प्रत्याशियों के सोशल प्रचार पर खर्च की बात करें तो..
बीजेपी ने राष्ट्रीय स्तर पर फरवरी से 11 मई तक सोशल प्रचार पर 3 करोड़, 97 लाख 23 हजार रुपए खर्च किए.
बीजेपी पिछले 7 दिन में ही 28 लाख 11 हजार रुपये खर्च कर चुकी है कांग्रेस ने राष्ट्रीय लेवल पर सोशल प्रचार में 1 करोड़ 32 लाख 70 हजार खर्च किए


पिछले 7 दिन में कांग्रेस ने सोशल मीडिया में प्रचार पर 40 लाख रुपए खर्च किए.
एमपी में सबसे आगे दिग्विजय सिंह रहे. उन्होंने सोशल मीडिया के ज़रिए मतदाताओं तक पहुंचने पर 1 लाख 47880 रुपए खर्च किए.
साध्वी प्रज्ञा ने प्रचार 21 हजार 303 रुपए खर्च किए


प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह ने 15 हजार 425 रुपए
विवेक तन्खा ने 10 हजार 585 रुपए
सतना से बीजेपी के प्रत्यासी गणेश सिंह ने 83 हजार 238 रुपए खर्च किए.
ढाल सिंह बिसेन ने भी 5 हजार 85 रुपये से सोशल मीडिया से किया प्रचार
राजगढ़ सीट पर बीजेपी के रोडमल नागर ने 56 हजार 958 रुपए खर्च किए
राजगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी मोना सुस्तानी का कुल 48 हजार 66 रुपए खर्च हुआ.
खजुराहो से बीजेपी के वी डी शर्मा ने प्रचार में खर्च किए 15 हजार खर्च
नकुलनाथ ने 9 हजार 132 किए खर्च
रामनिवास रावत ने 3 हजार 98 रुपये किए प्रचार में खर्च
विवेक शेजवलकर ने 10 हजार 268 हजार किए खर्च
19 मई को होने वाले चुनाव में दिग्गजों के खर्च की बात करें तो
चौथे चरण की आठ सीटों में से खंडवा से कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव ने सबसे ज़्यादा 8 हजार 166 रुपए खर्च किए.
वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी नंदू भैया ने सोशल प्रचार में नहीं किया कोई खर्च
इंदौर से कांग्रेस के पंकज संघवी ने 10 हजार 644 रुपए खर्च किए.
शंकर ललवानी ने 31 हजार 446 रुपए सोशल प्रचार पर खर्च किए.
देवास से बीजेपी प्रत्याशी महेंद्र सिंह सोलंकी ने 31 हजार 471 रुपए खर्च किए
कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद टिपानिया ने नहीं किया खर्च
रतलाम सीट से कांतिलाल भूरिया और जीएस डामोर ने भी नहीं किया सोशल प्रचार
मंदसौर से बीजेपी के सुधीर गुप्ता ने नहीं किया खर्च तो मीनाक्षी नटराजन ने 5 हजार रुपये किए खर्च
उज्जैन से बीजेपी के अनिल फिरोजिया ने 3 हजार तो कांग्रेस के बाबूलाल मालवीय ने 3 हजार 9 सौ खर्च
धार का कोई भी प्रत्याशी सोशल मीडिया पर खर्च करने नहीं आया.
आंकड़ों से साफ है कि पार्टियों ने एक और जहां ज़मीनी प्रचार में जान फूंकी तो वहीं सोशल मीडिया के ज़रिए प्रचार पर भी खूब पैसा बहाया.चुनाव आयोग ने इस बार सोशल मीडिया पर प्रचार में खर्च होने वाली राशि को प्रत्याशी के खर्च में जोड़ने का निर्णय लिया है. उसने एक टीम बनाई है जो न सिर्फ प्रत्याशियों के खर्च पर नजर रखती है बल्कि उनके कंटेट को भी ऐनेलाइज करती है.