OMG! अब प्रभारी मंत्री और कांग्रेस भी जनरेटर के सहारे, पढ़े प्रितेश सारड़ा की खास खबर!

नीमच। प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर कमलनाथ सरकार एक्शन मोड पर है, सरकार के नुमाइंदे बचाव में तरह तरह की दलीलें दे रहे हैं, लेकिन नीमच में हुए एक वाकये ने हकीकत की पोल खोल कर रख दी। खुद प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा की मौजूदगी में हुए सम्मेलन में सीधे बिजली की बजाय जनरेटर का सहारा लेना पड़ गया। दरअसल प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा आज नीमच प्रवास पर थे। दोपहर में गांधी भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया। प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा तय समय पर कार्यक्रम में पहुंच गए। इधर बिजली की व्यवस्था नहीं हुई तो आनन फानन में आयोजकों ने जनरेटर ही लगवा दिया। जितनी देर तक सम्मेलन चला, नेताओं के संबोधन हुए सब कुछ जनरेटर की मदद से ही हो सका। जनरेटर का शोर पूरे सम्मेलन के दौरान इलाके को गूंजा रहा था। एक तरह बिजली की कटौती के मामले पर मप्र के मुख्यमंत्री लगातार बैठकें लेकर एक्शन की बात करते रहे हैं, और कांग्रेस सरकार के प्रतिनिधि तरह-तरह की दलीलें दे रहे हैं तो दूसरी तरफ खुद प्रभारी मंत्री के कार्यक्रम में भी जनरेटर का सहारा लेना पड़ रहा है। नीमच में हुए इस वाकये से तो बिजली की अव्यवस्था को सार्वजनिक कर दिया है। इस मामले पर जब प्रभारी मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा से पूछा गया तो उनका जवाब था- तकनीकी गड़बड़ियां हो सकती हैं। 15-15 साल पुराने आउट सोर्सेस की हालत को देखकर हमने पिछले दिनों 400 अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित भी किया है। सुधार ला रहे हैं। दूसरी तरफ नीमच के विधायक और भाजपा नेता दिलीपसिंह परिहार ने इस मुद्दे पर कहा कि प्रदेश में अव्यवस्थाओं का दौर शुरु हो गया है। फिर से दिग्विजयसिंह का कार्यकाल याद आने लगा है, लोगों ने अपने-अपने जनरेटर और इनवर्टर निकाल लिए हैं। प्रभारी मंत्री के कार्यक्रम में जनरेटर का उपयोग होना आश्चर्यजनक है।