शिवराज की इस योजना पर आया कमलनाथ का दिल, अब बनाएगी और ज़्यादा पावरफुल!

कमलनाथ सरकार अब राज्य आनंद संस्थान बंद नहीं करेगी. बल्कि वो उसे और ज़्यादा पावरफुल बनाने की सोच रही है. सरकार पूरी गंभीरता से आम लोगों के जीवन में आनंद बढ़ाने की सोच रही है.

जनता पर तेज़ी से हावी हो रहा तनाव कम करने के लिए अब कमलनाथ सरकार आनंद संस्थान की मदद लेगी. ये संस्थान, शिवराज सरकार में जोर शोर के साथ शुरू किया गया था. पहले कमलनाथ सरकार इसे बंद करने का सोच रही थी. लेकिन अब उसने अपना इरादा बदल दिया. बल्कि वो इसे और प्रभावी बनाना चाहती है. इसके लिए प्लान तैयार किया जा रहा है.



आध्यात्म विभाग की चिट्ठी
इसकी शुरुआत सरकार ने स्कूल और कॉलेजों से करने का मन बनाया है. आध्यात्म विभाग ने शिक्षा विभाग सहित विश्वविद्यालयों को पत्र लिख कर एक संस्थान में छात्रों को आनंद से जोड़ने के लिए गतिविधियां आयोजित करने के लिए कहा है. साथ ही सरकार ने हैप्पीनेस इंडेक्स का स्तर परखने का भी प्लान तैयार किया है.

इसमें सरकार आम लोगों के बीच सर्वे कराएगी. उसके आधार पर सरकार आनंद बढ़ाने के तरीकों पर खाका तैयार करने जा रही है. इसमें सरकार आम लोगों से सवाल पूछेगी कि...
क्या आप जीवन स्तर और उपलब्धिों से खुश हैं?
आम आदमी अपने को कितना सुरक्षित महसूस करता है?
सबसे ज्यादा समय किस काम को देते हैं?
सोशल मीडिया, धार्मिक आयोजन या फिर खेलकूद से खुशी मिलती है?
पॉजिटिव वे में किन बातों को तवज्जों देना पसंद करते हैं?

हैप्पीनेस इंडेक्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, आनंद के मामले में 156 देशों में भारत का स्थान 140वें नंबर पर है. पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देश भारत से आगे हैं. ऐसे में लोगों में तेजी से बढ़ते तनाव को कम करने के लिए हैप्पीनेस इंडेक्स को बढ़ाने पर जोर देना जरूरी हो गया है.