भक्तों की रक्षा करने नारायण स्वयं आते हे ओर मायरा भरकर भक्त की लाज बचाते हे 56 करोड़ का मायरा लेकर सांवलिया सेठ आए ओर नानीबाई का रखा मान

 

पंचमुखी बालाजी मंदिर पर नानी बाई के मायरे की कथा चल रही हे अंतिम दिन  पंडित कुलदीप शर्मा (बांगरेड वालों) ने अपने मधुर वाणी से सभी भक्तों को नानी बाई के मायरे का भाव समझाया और बताया कि जब जब भी भक्त के ऊपर कोई बात आती है तो नारायण भक्त की पुकार सुनकर  उसकी लाज बचाते हैं ऐसी ही बात नानी बाई की जब मन में आए कि मेरा मायरा  कौन भरेगा  और कौन मेरे पिताजी का मान रखेगा ,,मायरे में क्या क्या लाना  हे नानी बाई ने जब लिस्ट नरसी मेहता को दी तो नरसिंह मेहता ने वह  पत्रिका सांवरिया सेठ के चरणों में रखकर उन्हें  बुलावा भेजा ओर कहा की   मेरे हाथ में कुछ नहीं हे सांवलिया सेठ मायरा आपको भरना हे इस प्रकार भक्त की पुकार सुनकर के  नरसी मेहता ओर नानी बाई का मान रखने स्वयं भक्त वस्तल श्री  नारायण और महालक्ष्मी अपने परिवार मंत्रिमंडल सहित 56 करोड़ का मायरा लेकर नानी बाई के घर पर आए ओर भक्त का मान रखा हे  इस प्रकार भक्त की भक्ति का हमेशा फल ईश्वर प्रदान करते हैं वह कभी निष्फल नहीं जाता हैसांवलियो हे सेठ म्हारी राधाजी सेठानी हे, बिरा बात भरन ने आजो जी,चाल चाल म्हारी नानी बाई कलश बढ़ाओ री वीरों घर आयो रे जैसे मधुर भजनों पर भक्तों ने भावविभोर  नृत्य किया ,,मायरा किलेश्वर बालाजी मंदिर से डीजे की धुन पर भक्त लेकर आए ओर 56 करोड़ का मायरा भरा ,,इस अवसर पर ओंकारलाल शर्मा,निशांत जोशी ,मुकेश माहेश्वरी,गोपाल सुथार, शांतिलाल जोशी, माधुलाल प्रजापत ,चुन्नीलाल प्रजापत ,संतोष राजपूत,सहित भक्तजन उपस्थित थे ,,