क्षमा मांगने वाला वीर तो क्षमा करने वाला महावीर कहलाया है- स्वाध्यायी सुशील सुराणा

सिंगोली(मुकेश माहेश्वरी)- स्थानीय श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्री संघ ने शीतल स्वाध्यायी संघ के वरिष्ठ स्वाध्यायी सुशील सुराणा एवं यश पगारिया के सानिध्य मे पर्युषण पर्व धर्म अराधना करते हुए हर्षोल्लास के साथ मनाए और दिनांक 8 सितंबर को पर्युषण पर्व के आठवें दिवस संवत्सरी पर्व मनाते हुए प्रतिक्रमण के दौरान संसार की 84 लाख जिवायोनी से क्षमायाचना की गई। संघ द्वारा दिनांक 9 सितंबर को क्षमापना महापर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसमे दोपहर 1 बजे श्री वर्धमान स्थानक भवन से शौभायात्रा निकाली गई जो नगर भ्रमण कर पुनः स्थानक भवन पहुंची जहां धर्म सभा हुई जिसमे क्षमा के महत्व पर अनेक लोगो ने अपने विचार व्यक्त किए। धर्म सभा के पश्चात सामुहिक क्षमापना का कार्यक्रम हुआ जिसमे सभी ने एक दुसरे से क्षमा याचना कर वर्ष भर मे हुई भुलो के लिए क्षमा मांगी। क्षमापना के बाद सामुहिक स्नेहभोज का आयोजन भी स्थानक भवन पर ही  आयोजित हुआ।क्षमा मांगने वाला वीर तो देने वाला महावीर कहलाया हैशीतल स्वाध्याय संघ के वरिष्ठ स्वाध्यायी सुशील सुराणा ने प्रवचन के दौरान बोलते हुए कहा की क्षमा का जैन धर्म मे बहुत महत्व है इसमे क्षमा मांगने वाले को वीर तो क्षमा देने वाले को महावीर कहा गया है।