दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा भक्ति ज्ञानयज्ञ 17 सितंबर से। भगवताचार्य श्री कौशलेन्द्र जी के मुख से बहेगी गंगा

सिंगोली (नीमच)। श्राद्ध पक्ष में श्रीमद् भागवत कथा भक्ति ज्ञानयज्ञ समिति द्वारा सिंगोली (नीमच) में 8 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा भक्ति ज्ञानयज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। 17 से 24 सितंबर तक होने वाले इस धार्मिक आयोजन में वृंदावन के प्रसिद्ध कथा व्यास भागवताचार्य श्री कौशलेन्द्र जी महाराज के मुखारबिंद से भक्ति गंगा बहेगी। तिवारी और बिल्लू परिवार द्वारा अपने पूर्वजों और दिवंगत परिजनों की स्मृति में यह भागवत ज्ञानयज्ञ आयोजित किया गया है।

श्रीमद् भागवत कथा भक्ति ज्ञानयज्ञ समिति के कैलाशचंद्र तिवारी और सत्यनारायण बिल्लू ने बताया कि सिंगोली में श्री गौतमालय भवन पर प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक कथा का आयोजन होगा। श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ अवसर पर 17 सितंबर को कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो सुबह 11.30 बजे राम-जानकी मंदिर से प्रारंभ होगी और कथा स्थल श्री गौतमालय भवन पहुंचेगी। शोभायात्रा में कलशधारी महिलाओं के साथ ही बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। भागवताचार्य श्री कौशलेन्द्र जी महाराज एक बग्घी में विराजित होकर आशीर्वचन देंगे। 

आयोजन समिति के रविप्रकाश बिल्लू और ललित तिवारी के मुताबिक 8 दिवसीय महोत्सव में पहले दिन 17 सितंबर को श्रीमद् भागवत महात्म्य एवं द्रोपदी, कुंती, भीष्मादि चरित्र वर्णन। दूसरे दिन 18 सितंबर को कपिलोपाख्यान एवं ध्रुव चरित्र, तीसरे दिन 19 सितंबर को सती चरित्र, जड़भरत-रहूगण संवाद एवं प्रहलाद चरित्र, चौथे दिन 20 सितंबर को गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, बलिवामन प्रसंग, श्रीराम चरित्र एवं श्रीकृष्ण जन्म-नन्दोत्सव, पांचवें दिन 21 सितंबर को श्रीकृष्ण बाल लीलायें, कालिया मर्दन एवं श्री गोवर्धन पूजा, छठे दिन 22 सितंबर को रासलीला, कंस वध, उद्धव बृजगमन एवं श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह, सातवें दिन 23 सितंबर को सुदामा चरित्र, कृष्ण उद्धव संवाद, श्री शुकदेव विदाई, श्री भागवत पूजन का महत्व बताया जाएगा। आठवें दिन 24 सितंबर को हवन-पूर्णाहूति एवं महाप्रसादी के साथ कथा का समापन होगा। आठ दिवसीय इस कथा के दौरान सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र के अनेक प्रमुख व्यक्तित्व व्यासपीठ के पूजन और आरती में शामिल होने के साथ ही कथा श्रवण का पुण्य लाभ भी लेंगे।