2024-03-24 09:36:01
जानिए वास्तु के हिसाब से बेडरूम, बाथरूम और घर के बाकी हिस्सों में होना चाहिए कौन सा रंग!
आपने कभी सोचा है कि रंग हमारी जिंदगी पर कितना गहरा प्रभाव डालते हैं। जी हांं हमारी पसंद और नापसंद के ये रंग हमारी सोच और व्यक्तित्व की पूरी कहानी कहते हैं। यही वजह है कि किसी के भी पसंदीदा रंग को जानकर आप उसके बारे में सबकुछ जान सकते हैं। यही नहीं रंगों के चयन से आप अपने जीवन में भी तब्दीलियां ला सकते हैं। वास्तुशास्त्र के मुताबिक अगर आप अपने घर में कलर करवाते वक्त रंगों का चयन थोड़ा सा सोच -समझकर करें तो आपकी भी किस्मत के सितारे बुलंद हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि वास्तु के मुताबिक घर के किस कमरे का रंग कैसा होना चाहिए चाहिए?
1/6मास्टर बेडरूम
वास्तुशास्त्र के मुताबिक रंग ऊर्जा के संचारक होते हैं। यह आपके सोचने-समझने की क्षमता पर भी प्रभाव डालते हैं। यही वजह है मास्टर बेडरूम का रंग नीला करवाना चाहिए। यह व्यक्ति को सुखी और स्वस्थ रखता है।
2/6गेस्ट रूम
गेस्ट रूम में हमेशा सफेद रंग ही पेंट करवाना चाहिए। यह रंग पवित्रता, विद्या और शांति का प्रतीक माना गया है। कहा जाता है कि इस रंग का प्रभाव पड़ते ही मनुष्य का चित्त भी शांत रहता है। सोचने-समझने की क्षमता का विकास होता है।
3/6किचन
कहा जाता है कि जैसा अन्न खाओ मन वैसा ही होता है। इसके लिए जरूरी है कि किचन की दीवारें भी ऐसे रंग की हो जो मन को प्रसन्न रखते हों। इसके लिए वास्तु कहता है कि किचन का रंग संतरी या फिर लाल होना चाहिए। ताकि किचन में आप हमेशा खुशी का अनुभव कर सकें।
4/6बाथरूम
बाथरूम घर का वह हिस्सा होता है जहां पर अगर ध्यान न दिया जाए तो नकारात्मक शक्तियां हावी हो सकती हैं। यही वजह है कि कभी भी बाथरूम का दरवाजा रात में खुला नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा वास्तु के मुताबिक बाथरूम का रंग सफेद होना चाहिए ताकि वहां पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके।
5/6हॉल
घर में हॉल एक ऐसी जगह होती है जहां पर अधिकतर परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर कुछ समय बिताते ही हैं। ऐसे में जरूरी है कि रंग ऐसा हो कि हर तरफ सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। इसीलिए वास्तु कहता है कि हॉल का रंग हमेशा पीला होना चाहिए। यह खुशी का रंग माना जाता है। यही वजह है कि पूजा-पाठ में विशेष तौर पर पीले रंग का प्रयोग किया जाता है।
6/6लॉन
घर के बाहर लॉन में ऑफ वाइट, संतरी, हल्का गुलाबी या फिर वाइट-येलो कलर करवाना चाहिए। यह सारे रंग शांति और खुशियों के संचारक माने जाते हैं।