2025-07-01 09:49:33
कर्मकाण्डीय विप्र परिशद द्वारा आवश्यक बैठक आहूत कर दीपावली 1 नवम्बर शुक्रवार को मनाई जाएगी

नीमच। भारतवर्ष व सर्वत्र हिन्दु सनातन धर्म को मानने वालों के लिए दीपावली लक्ष्मी आराधना व आर्थिक समृद्धि हेतु मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है, जो प्रायः कार्तिक कृष्ण अमावस्या को मनाया जाता है। किन्तु इस बार कालगणना, स्थानभेद, अमावस्या की उपस्थिति भिन्नता के कारण 31 अक्टूबर व 1 नवम्बर दो दिन मनाये जाने के योग बन रहे हैं। इस विषय पर कर्मकाण्डीय विप्र परिशद द्वारा आवश्यक बैठक आहूत कर वृहद विचार विमर्श किया गया। अध्यक्ष पं. राधेश्याम उपाध्याय ने बताया कि बैठक में विभिन्न पंचांगों के अवलोकन उपरान्त निर्णय लिया गया कि जहां जहां 1 नवम्बर 2024 को सूर्यास्त सायं 5.52 (भारतीय स्टेण्डर्ड टाईम) के बाद होना है, वहां एक दिन पहले दीपावली 31 अक्टूबर 2024 को तथा जहां सूर्यास्त सायं 5.52 के पहले हो जायेगा वहां पर दीपावली 1 नवम्बर 2024 को मनाई जाएगी। इस मत से पश्चिमी भारत के सम्पूर्ण गुजरात व केरल तथा राजस्थान के पश्चिमी भाग, म.प्र. के गुजरात सीमावर्ती कुछ भाग, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू के पश्चिमी भाग जहां सूर्यास्त 1 नवम्बर 2024 को सायं 5.52 बाद होगा वहां दीपावली एक दिन पहले 31 अक्टूबर 2024 को रहेगी तथा शेष सम्पूर्ण भारत में दीपावली 1 नवम्बर 2024 को मनाई जाएगी। नीमच में 1 नवम्बर 2024 को सूर्यास्त समय सायं 5.49 बजे है जो सायं 5.52 (भारतीय स्टेण्डर्ड टाईम) से पहले है, इसलिए नीमच व आसपास सर्वत्र दीपावली 1 नवंबर 2024 मनाई जाएगी इस महत्वपूर्ण बैठक में परिषद के पं.मालचंद शर्मा, पं.प्रेमप्रकाश शर्मा (गोटू महाराज), पं.शिवशंकर शुक्ल कनावटी, पं.रामेश्वर शर्मा, पं.घनश्याम शास्त्री चल्दू, पं.दशरथ शास्त्री, पं.महेश शर्मा, पं.दिनेश शर्मा (शास्त्री), पं.नरेन्द्र शास्त्री कचौली वाले, पं.लक्ष्मण शास्त्री, पं.राकेश शास्त्री, पं.दुर्गाशंकर नागदा, पं.सुनील शर्मा, पं.जगदीश प्रसाद शर्मा, पं.मनोज शर्मा, सहित अन्य सभी विद्वान, पंडित, पुरोहित कर्मकर्ता, मंदिरो के पुजारी, ज्योतिषी उपस्थित थे। उक्त जानकारी परिषद के मंत्री पं.जगदीश शर्मा ने प्रदान की।पं.जगदीश शर्मा, मंत्री, कर्मकाण्डीय विप्र परिषद, नीमच