प्यासे कण्ठो को तर करने वाले सलूजा नही रहे

नीमच। गर्मी के दिनों में रेल यात्रियों के प्यासे कण्ठों को तर करने वाले सरदार हरजिंदर सिंह सलूजा (बेट्री वाले) का 68 वर्ष की उम्र में गुरूवार सुबह 8 बजे निधन हो गया। अपने व्यस्ततम समय में से भी समय निकालकर श्री सलूजा रेल्वे स्टेशन पर यात्रियों को नियमित रूप से नि:शुल्क जल सेवा करते थे। सेवा का ऐेसा जज्बा था कि इतनी उम्र होने के बावजूद वे समय पर रेल्वे स्टेशन पहुंच जाया करते थे। सरदार सुरेन्द्र सिंह सलूजा के बड़े भाई, कमल एवं शीनू के ताऊजी, अजीत सिंह भूपेन्द्र सिंह, सतविंदर सिंह के बड़े मामाजी हरजिंदर सिंह जी एकदम स्वस्थ्य थे। उनको अचानकही लकवा मार गया था, जिसके इलाज के लिए उन्हे जयपुर ले जाया गया था। इलाज के दौरान उनका स्वर्गवास हो गया। गुरूवार शाम 5.30 बजे उनकी अंतिम यात्रा निज निवास बंगला नंबर 40 गुरूद्वारे के पास से निकली, जिसमें समाजजनों के साथ अन्य समाज के लोगों ने भी शामिल होकर श्रृद्धासुमन अर्पित किए। स्व. सलूजा के परिवार में पत्नी व दो पुत्रियां है। दोनों पुत्रियों ने स्व. सलूजा को मोक्षधाम में मुखाग्नि दी। श्री सलूजा के निधन से सिख समाज के साथ-साथ अन्य समाजों में भी शोक व्याप्त है।