madhya pradesh budget 2019-20 : कर्ज और आर्थिक तंगी के बीच बजट में कड़ी चुनौती!

मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट आज अपना पहला बजट पेश कर रहे हैं. उनके बजट में हर वर्ग को साधने के लिए कुछ ना कुछ प्रावधान होने की उम्मीद है. कर्ज और आर्थिक तंगी के बीच लोकप्रिय बजट देना कमलनाथ सरकार के लिए बड़ी चुनौती है.

कमलनाथ सरकार के सामने चुनौती



केंद्रीय बजट से 2677 करोड़ के नुकसान के बावजूद इसकी भरपाई और अब तक 10600 करोड़ का कर्ज ले चुकी सरकार किस तरीके का बजट सदन में पेश करेगी इस पर सभी की नजरें टिकी हैं. हालांकि राज्य सरकार के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं जिनमें किसान कर्ज माफी, खस्ताहाल सड़कें, मेट्रो रेल, बिजली, स्मार्ट सिटी, राइट टू हेल्थ, राइट टू वाटर, जैसे एलान पर काम करने के लिए बजट में बड़ी राशि का प्रावधान सरकार को करना है. साथ ही किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों से घिरी सरकार अपने बजट में किसान हित में कई बड़े फैसले कर सकती है.

युवाओं को रोज़गार से जोड़ने के लिए भी बजट में प्रावधान होने की उम्मीद है. वित्त मंत्री तरुण भनोट ने बजट से पहले साफ तौर पर संकेत दिए हैं कि इस बजट में किसी भी तरीके का टैक्स नहीं लगाया जाएगा जो  आम लोगों के लिए अच्छे संकेत हैं.

स्वास्थ्य-शिक्षा- पानी पर फोकस!

हालांकि सरकार अपना सरकारी खजाना भरने के लिए किस पर टैक्स, यह बजट में पता चलेगा.लेकिन स्वास्थ्य और शिक्षा को पोषण के हालात में पिछड़े सरकार के सामने बेहतर बजट देना एक बड़ी चुनौती है. आगामी नगरी निकाय चुनाव को देखते हुए इस बजट में शहरों पर भी फोकस किया जाएगा. शहरी इलाकों की सड़कों और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर बजट में राशि का प्रावधान हो सकता है. जानकारी के मुताबिक वित्त मंत्री तरुण भनोट का बजट ढाई लाख करोड़ के आसपास हो सकता है.