जावद में  24 दिवसीय श्रीमद भागवत कथा व तीन दिवसीय नानीबाई का मायरा आयोजन!

नीमच। मित्रता हो तो कृष्ण सुदामा जैसी, वही मित्रता शाष्वत होती है, जिसमें गरीबी-अमीरी, छल-कपट नहीं हो । श्री श्री शिवजी महाराज ने कहा कि भक्ति प्रदर्षन की चीज नहीं है प्रेम निष्चल होना चाहिए, निष्चल, प्रेम ही वास्तविक भक्ति है । मित्रता हो तो कृश्ण सुदामा जैसी, वही मित्रता साष्वत होती है, जिसमें गरीबी, अमीरी, छल, कपट, प्रपंच नहीं हो, मित्रता विष्वास और प्रेम की बुनियाद पर टिकी होनी चाहिए । कथा अंहकार को समाप्त करती है । भगवान कथा न तो पुरी हो सकती है और न ही समाप्त, यह बात प. श्री शैलेन्द्र जी शर्मा महाराज ने समस्त धर्मप्रेमी श्रद्धालु भक्तों को कथा के तीसरे दिन ज्ञान गंगा महोत्सव के आयोजन में कहा गया!  प. श्री शैलेन्द्र जी शर्मा महाराज के मुखारविंद से जावद में 24 दिवसीय भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है! श्रावण माह में बटकेश्वर महादेव मंदिर व गणपति मंदिर समिति के तत्वाधान में आयोजित भागवत कथा व नानीबाई का मायरा का आयोजन बटकेश्वर मंदिर बस स्टैंड जावद पर किया जा रहा है। यह आयोजन 17 जुलाई से 08 अगस्त तक किया जाएगा। आज भागवत कथा का तीसरा तीन था भागवत कथा का लाभ लेने के लिए जावद  व आसपास के लोग आ रहे है। फिर बाद में 09 अगस्त से 11 अगस्त तक नानी बाई का मायरा का आयोजन सुश्री शिवानी शर्मा के श्री मुख से किया जाएगा।