द्वारकाधीश मे 7 दिवसीय कथा का हुआ शुभारम्भ

धन की इच्छा से नही भागवत कथा सुनने से धन मिलता है-- अशोक भारद्धाज

 जावद। श्री वेष्णव भक्त मंडल जावद जिला नीमच मध्यप्रदेश के तत्वावधान में आयोजित 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा महोत्सव का शुभारम्भ विधि विधान से हुआ। मिडिया प्रवक्ता नारायण सोमानी जावद ने बताया है की मंगलवार को प्रात: 9,15 बजे शुभ मोहर्त में श्री महादेव मंदिर द्धारकाधीश से जजमान जावद निवासी सेठ साहेब श्री राधेश्याम सोहनबाई चांडक, पुत्र शिवरतन कृष्णा चांडक परिवार ने पंडित श्री रतनलाल जी पुरोहित के मंत्रोच्चार से पौथी की पुजा अर्चना कर ढोल ढमाको के साथ पौथी को सीर पर रखकर पैदल यात्रा निकली। श्रीकृष्ण की नगरी के प्रमुख मार्गो से होती हुई स्वामी नारायण भक्ति धाम स्थल पहुची। आयोजित कथा पांडाल में जावद के विद्धान पंडित कथा वाचक श्री रामानुज संप्रदाय से जुडे श्री अशोक जी भारद्धाज जावद निवासी के मुखारविंद से संगीतमय 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा महोत्सव का श्रवण प्रारम्भ हुआ। कथा में अशोक जी भारद्धाज ने कहाँ की धन की इच्छा कभी नही करना चाहिए भागवत कथा सुनने से धन प्राप्त होता है वही धन कभी नष्ट नही होता है। सभी उपस्थित महानुभावो को सुखदेव जी महाराज एवं राजा परिक्षित के जन्म की कथा का श्रवण कराया। साथ ही महाभारत केसे हुआ इसके बारे में सभी को प्रसंग सुनाया। कथा के बीच में रामप्रकाश दुबे जावद, कोमल दमामी अठाना ने एक से बडकर एक भजनो की शानदार प्रस्तुति दी।मुख्यरुप से राधे को नाम अनमोल बोलो राधे राधे... मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान... श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी है नाथ नारायण वासु देव... कथा में अशोक जी भारद्धाज ने कहाँ की कभी भी धन की इच्छा नही करना चाहिए ईश्वर की सेवा ओर भागवत कथा सुनने से धन प्राप्त होता है। 
कथा में स्वामी सुखदेव जी महाराज एवं राजा परिक्षित के जन्म की कथा का श्रवण कराया साथ ही महाभारत केसे हुआ इसके बारे में सभी को प्रसंग सुनाया। कथा में रामप्रकाश दुबे जावद, कोमल दमामी अठाना ने एक से बडकर एक भजनो की शानदार प्रस्तुति दी।यह है भजन राधे को नाम अनमोल बोलो राधे राधे... मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान... श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी है नाथ नारायण वासु देव.....प्रथम दिन के जजमान श्री राधेश्याम सोहनबाई चांडक जावद, श्री शिवरतन कृष्णा चांडक जावद, श्री गोपाल आशा सोडानी मनासा, श्री रमेशचंद्र पुष्पाबाई काबरा नीमच, श्री रामगोपाल अयोध्याबाई सोनी नीमच, श्री राजेन्द्र कुमार सुशीला पोरवाल जावद, श्री सुरेश कुमार विध्या लाहोटी इंदौर आदी महिला पुरुष उपस्थित थे।
कथा का समय प्रात: 9 बजे से 12 बजे तक दोपहर 3 बजे से सायंकाल 6 बजे तक रखा गया है।