चुनाव तो क्षेत्र की बरबादी, उपेक्षा का शिकार हर व्यक्ति लड़ रहा है-कांग्रेस प्रत्याशी उमरावसिंह गुर्जर

कोरोना के संकट में बहनों की पीड़ा नहीं याद रही अब शिवराज संकट में आये तो बहनों की याद आई।उमराव सिंह तो निमित्त है, चुनाव तो क्षेत्र की बरबादी, उपेक्षा का शिकार हर व्यक्ति लड़ रहा है। उमरावसिंह यानि जमीन का व्यक्ति। सच्चे गौ माता के रक्षक कौन? जो भाजपाई गौशालाओं को गायों के लिए 3 रुपये देते थे, कमलनाथ ने वह राशि बढ़ाकर 20 रुपये की। गांव-गांव में गौ शालाएं बनवाई। सच्चे रामभक्त तो कमलनाथ जी हैं, क्योंकि राम को भी अपने वचन के कारण वनवास जाना पड़ा।कांग्रेस प्रत्याशी उमरावसिंह गुर्जर - भाजपा सच्चाई के साथ नहीं, न्याय के साथ नहीं।जीतकर जाने के बाद गांव में लौटते ही नहीं। भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता भी आज दुखी। विधायक पूरी तरह निष्क्रिय। नीमच के हक की योजनाओं और सुविधाओं का लाभ तो नहीं मिला, छिन गई। मालवा की वैष्णोदेवी महामाया भादवामाता के लिए तो झूठ न बोले। श्रद्धालुओं की दानराशि जितनी आती है,  शासन उतना उपयोग कर विकास कार्य करवा रहा। यहां के विकास में बड़ा योगदान समाजसेवियों का है। विधायक ने स्वयं क्या योगदान दिया जो प्रचारित कर रहे।विधायक पूर्णतः निष्क्रिय। क्षेत्र को पिछड़े में गिना जाता है। ये इनका योगदान।गरीब दुखी, किसान परेशान, जनता त्रस्त और विधायक उद्योगपतियों के साथ व्यस्त।नूरी खान , कांग्रेस जिला प्रभारी- विकास केवल भाजपा के जनप्रतिनिधियों का दिखता है। क्षेत्र का नहीं। मां लक्ष्मी से कामना है इन्हें सद्बुद्धि दें। विधायक ने क्षेत्र को बर्बाद करने में कसर नहीं रखी।अनिल चौरसिया जिला कांग्रेस अध्यक्ष- इतनी निष्क्रियता शायद ही किसी की जितनी विधायक की है।सक्रिय रहते तो नीमच की दुर्दशा न होती।अलका श्रोत्रिय लोकसभा क्षेत्र प्रभारी, पूर्व राज्यसभा सांसद गुजरात सहित नेताओं ने संबोधित कर भाजपा और शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया और कांग्रेस प्रत्याशी उमरावसिंह के लिए समर्थन मांगा।सावन में चुनाव कार्यालय उद्घाटन पर एवं भादवामाता में सभा मे हुए संबोधन।सावन में बीस भुजा माता के दर्शन कर जनसंपर्क प्रारंभ किया।प्रभावी जनसंपर्क इन गांवों में-   सावनकुण्ड, आमलिखेड़ा, दोवड, रायसिंहपुरा, भादवामाता, तिनकिया खेड़ी, जवासा, डसानी,  बिसलवास बामनिया, कानाखेड़ा आदि गांवों में।जगह जगह उत्साही कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत। कहीं फलों से तो कहीं मिठाई से तोला। पुष्पवर्षा की गई। उत्साही युवाओ ने गांवों में गुर्जर को कंधों पर उठाकर जनसंपर्क करवाया।ग्रामीणांचल में जनसंपर्क में साथ रहेहरीश दुआ, संजीव पगारिया, सुरेश धनगर, चंद्रशेखर पालीवाल, दशरथसिंह चौहान, दिग्विजयसिंह आमलिखेड़ा, सद्दाराम बंजारा, किशोर नागदा, विनोद पाटीदार, हरीश पाटीदार, देवीलाल पाटीदार, सोदानसिंह, अमरसिंह सुरावत, सहित नेतागण और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित।