नीरव मोदी की तर्ज पर, नीमच में  भी करोड़ो का फर्जीवाड़ा, सही हुई जाँच तो जाना पड़ेगा सलाखों के पीछे!

नीमच। भारत सरकार को अरबों का चूना लगाने वाले नीरव मोदी की तरह शैल कंपनी बनाकर करोड़ों के वारे न्यारे करने का मामला नीमच में भी सामने आया है। माना जा रहा है कि मालवा में इस तरह के फर्जीवाड़े का यह बड़ा पहला मामला है जिसकी जांच न केवल वाणिज्यिक कर विभाग कर रहा है बल्कि पुलिस भी अनुसंधान में जुट गई है। दरअसल मेसर्स एमएस साल्वेक्स कंपनी के डायरेक्टर द्वारा अपने कर्मचारी के नाम पर फर्जी फर्म खड़ी कर इस कारोबार को अंजाम दिया गया है। जिसमे विदेशों में सोयाबीन की डीओसी यानि खलचुरी का करोड़ों का निर्यात किया गया है। बड़ा मामला यह है कि इसमें टैक्स की चोरी बड़े पैमाने पर सामने आ रही है। कंपनी के कर्मचारी रहे प्रकाश वर्धानी की भूमिका वाणिज्यिक कर विभाग की प्रथम जांच से सामने आई थी लेकिन तब वर्धानी ने ही यह खुलासा किया कि उसकी जानकारी के बिना एमएस साल्वेक्स के डायरेक्टर नवीन, अंकित अग्रवाल, संजय चैपड़ा, मनीष चोपड़ा सहित अन्य ने उसके नाम पर फर्जी दस्तावेज और विदेश में कारोबार करने के लिए सरकार की एजेंसी से आईडी लेकर यह गौरखधंधा किया है। जिससे सरकार को भारी आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है। 

इस मामले में वर्धानी के प्राथमिक बयान हो चुके हैं वाणिज्यिक कर विभाग के साथ पुलिस ने भी इस मामले में अनुसंधान शुरु कर दिया है। माना जा रहा है कि इस प्रकरण में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज हो सकता है। एसपी राकेश कुमार सगर ने बताया कि गहनता से जांच की जा रही है। प्रकरण जांच के अनुसार दर्ज किया जाएगा।