दर्शन शर्मा का कुआं कांड, शिकायत के बाद बैठी विभागीय जांच, खसरा नक्शा की पोल खोल रहे पीड़िता के दस्तावेज, जांच उपरांत जल्द हो सकती है राजस्व निरीक्षक सहित अन्यो पर कार्रवाई

नीमच। बिते 4 दिन पूर्व ग्वालटोली निवासी मंजुबाई सुराह ने कलेक्टर सहित शासन—प्रशासन के नाम एक लिखित शिकायती आवेदन देकर अवगत कराया था कि एडवोकेट दर्शन शर्मा उनके खेत की मेड़ पर बने कुए और दो पतरा मकान को हड़पना चाहते है। षड़यंत्र पूर्वक राजस्व निरीक्षक से मिलिभगत कर कुटरचित खसरा नक्शे में कुएं को शामिल किया गया है। वही पीड़िता ने इस मामले से जुड़े कई अहम दस्तावेज भी प्रस्तुत किए है। जिसमें सबसे अहम सर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि का विक्रय—पत्र और वर्तमान की खसरा नकल है।  जिसमें साफ तौर पर यह स्पष्ट हो रहा है कि सर्वे क्र. 650 की भूमि पर कुआं है। लेकिन इधर दर्शन शर्मा ने कुए को खुद का बताते हुए खसरा नक्शे में कुए का सर्वे क्र. 651 में होना बताया है। ऐसे में दोनो ही पक्ष आमने —सामने है।यह थे पीड़िता के दस्तावेजपीड़िता मंजुबाई ने दर्शन शर्मा पर कुआं हड़पने के आरोप लगाते हुए कुआं संबंधित दस्तावेजो में खेत को मंजुबाई ने सीताराम माली से क्रय किया है एवं जिसके विक्रय—पत्र में भी कुए के होना का जिक्र बताया है। पूर्व और वर्तमान की खसरा नकलो में भी कुआ होना बताया जा रहा है। वही कुए के लिए विक्रेता सीताराम माली द्वारा लोन लेने और विद्युत मोटर का उपयोग करने पर विद्युत बील भी विक्रेता सीताराम माली के नाम से होने के दस्तावेज शामिल किए है।यह थे दर्शन शर्मा के दस्तावेजदर्शन शर्मा ने मध्यप्रदेश शासन और तहसीलदार नीमच को शिकायत कर उक्त कुए का  महज सीमांकन एवं खसरा नक्शे के आधार पर स्वयं को होना बताया है।आखिर कहां गायब कर दिया पीडिता का कुआंदर्शन शर्मा द्वारा बताए गए सीमांकन और खसरा नक्शा को सही मान भी लिया जाए तो यहां बात फिर भी हजम नही होती है, क्योंकि दर्शन शर्मा द्वारा बताए गए पंचनामा में भी मंजुबाई और भोलाराम के हस्पाक्षर नही है। पीडिता के दस्तावेजो से यह तो साफ स्पष्ट है सर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि पर कुआ है। क्योंकि पीडिता के विक्रय पत्र में यह साफ दर्शाया गया है कि एक कच्चा कुआ सर्वे क्र. 650 की भूमि पर है। वही पूर्व की खसरा नकल में भी एक कच्चा कुआ होने का जिक्र है। वही वर्तमान में उसी कुए का पक्का निर्माण खसरा नकल में दर्शाया जा रहा है। ऐसे में दर्शन शर्मा यदि उक्त कुए को स्वयं का बता रहे है तो सवाल यह है कि पीड़िता का आखिर कुआ कहां गायब कर दिया। दर्शन शर्मा के पास न तो विद्युत मोटर चलाने पर विद्युत बील है, न ही कुआ संबंधित कोई ठोस सबूत है। वही सर्वे क्र. 651 की भूमि के आस—पडोसियो से भी जानकारी जुटाई गई उनका कहना है कि इस सर्वे नम्बर कि भूमि पर कोई कुआ नही है।वही पीड़िता के शिकायत के बाद दर्शन शर्मा के कुआं कांड पर विभागीय जांच चल रही है। ऐसे में यदि पीड़िता को न्याय मिलता है तो सीमांकन में हेरफेर करने के संबंध में राजस्व निरीक्षक सहित दर्शन शर्मा को बड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।इनका कहनासर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि की मेड़ पर कुआ कनानटी एसबीआई बैंक से लोन लेकर पूर्व में सीताराम माली ने खुदवाया था एवं जिसका विद्युत बील भी सीताराम माली के नाम पर वर्तमान में आता है एवं वर्तमान में उक्त भुमि पीड़िता के नाम दर्ज है। जिसका खसरा नकल और अन्य दस्तावेजो में सर्वे क्र. 650 की भूमि पर कुआ होने का साफ जिक्र है।पीड़िता मंजुबाई सुराह वर्ष 2018 तक सर्वे क्र. 651 की भूमि में दर्शन शर्मा के साथ साझेदारी थी, तब तक यहां किसी कुए का निर्माण नही था और न ही वर्तमान में कोई कुआ खुदा है।विरेन्द्र अहीरयादव गोल्डन ट्रांसपोर्ट संचालकउक्त मामले में जांच अधिकारी बनाए नीमच सिटी थाना से किशन परिहार से बातचीत करना चाही लेकिन उनका फोन बंद था।