विद्यार्थियों को समझाया साइबर सुरक्षा का महत्व व छात्राओं को किया जागरूक, महिला अपराधों से संबंधित दी जानकारी

 

नीमच । 03 अगस्त सितम्बर ज्ञानोदय इंटरनेशनल स्कूल में ट्रैफिक नियमों का पालन, साइबर अपराध और नशे केप्रति जागरूक करने के लिए सेमिनार लगाया गया। इसमें छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को ट्रैफिक नियमों व साइबरक्राइम के खिलाफ जागरूक किया गया। इस मौके पर मौजूद सुश्री वैशाली सिंह (डीएसपी) ने संबोधित कर स्कूल केविद्यार्थियों को साइबर स्पेस के खतरों की जानकारी दी और उनसे बचने के लिए जागरूकता को मूल मंत्र बताया।साइबर क्राइम आज के समय की सबसे बड़ी समस्या है। आज इसकी गिरफ्त से कोई भी अछूता नहीं है। ऐसे मेंआवश्यकता है, सजग और सतर्क रहने की। उन्होंने बताया कि आपकी आईडी के दुरुपयोग को रोका जा सकता है।अकाउंट्स को सुरक्षित रखना, फोटो का गलत इस्तेमाल होने से रोकना, आपके नाम से कोई गलत संदेश प्रेषित नकरे, बच्चों को किसी भी तरह के गलत मैसेज के द्वारा ब्लैकमेल करने से बचाव का तरीका भी बताया। उन्होंने कहाकि सोशल मीडिया व्यक्ति के जीवन को सुविधा-संपन्न तथा आरामदायक बनाने के लिए एक बेहतरीन प्लेटफार्म हैपरंतु दुःखद बात यह है कि यह मनुष्य को अपना गुलाम बना रहा है। साइबर अपराधी इसका भरपूर दुरुपयोग कररहे हैं और लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। साइबर ठगों का शिकार होने से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरीहै कि उनके द्वारा दिए गए लालच में बिल्कुल न फंसें। उन्होंने कहा कि घर के संस्कार इतने उत्तम हों कि बेटे-बेटियांपरिवार के मुखिया की बात मानें, घर के सदस्य आपस में बातचीत करें, मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग में समय कीबर्बादी से बचें। साइबर ठग सोशल मीडिया फेसबुक/इंस्टाग्राम/टेलीग्राम के माध्यम से आपकी फोटो डाउनलोड करकेफेक आईएड़ी बनाकर लोगो से इमरजेंसी के नाम से पैसे मांगते है व साइबर ठगी करते है. ऐसे मे अपनी सभीप्रोफाइल को सेटिंग के माध्यम से प्रोफाइल लॉक लगा कर रखे. साइबर ठगी का पता लगने पर तुरंत उस आईडी कोब्लॉक करवाये. अपने ऑनलाइन खातों/लॉगिन पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का प्रयोग करें. अपने सिस्टम को हमेशाअप टू डेट रखें. पब्लिक वाई-फाई का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें तथा प्राइवेट नेटवर्क का प्रयोग करें. साइबरठगी पर पुलिस द्वारा लगाम लगाई जा रही है, तथा साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस द्वाराअनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सूबेदार यातायात थाना धर्मेन्द्र गोर ने कहा कि हमें सही मायनों में ट्रैफिकनियमों का पालन करना चाहिए ताकि हम बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को कम कर सकें। इनमें से अधिकांश दुर्घटनाएंजागरूकता की कमी के बजाय नागरिकों की लापरवाही का सीधा नतीजा होती हैं। सुरक्षित जीवन जीने के लिए हमेंविभिन्न सड़क चिह्नों के अर्थ और महत्व को समझना चाहिए और ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए। समाजके एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें अपने वाहनों को निर्धारित गति सीमा से अधिक नहीं चलाना चाहिए, सीटबेल्ट और हेलमेट पहनना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात, हमें अपने वाहन चलाने से पहले शराब नहीं पीनी चाहिएक्योंकि ऐसी लापरवाही से हम न केवल खुद को मारते हैं बल्कि निर्दोष लोगों को भी मारते हैं। श्रीमती राखी सेंगर(उप निरीक्षक महिला धाना) ने छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर गलत बर्दाश्त न करें।जैसे ही महसूस हो कि गलत होने वाला है, विरोध दर्ज कराएं। पुलिस को सूचना दें। गलत करने वालों का शुरू मेंप्रतिकार करें। इससे उसका मनोबल नहीं बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं व बच्चों को लेकर पुलिस बहुत हीसंवेदनशील है। कानून में इन अपराधों को लेकर कठोर नियम व सजा का प्रावधान है, इसलिए अपने भविष्य कोसुरक्षित रखते हुए इनसे बचें व अन्य लोगों को भी इस प्रकार के अपराधों से बचाएं। पुलिस सदैव सुरक्षा के लिएतत्पर है, इसलिए किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना पुलिस को बिना किसी देरी व बिना किसी झिझक के अवश्यदें। समाज सुरक्षा में पुलिस का योगदान दें। अपराधों को लेकर सदैव सतर्क रहें। किसी भी प्रकार के लोभ व लालचमें न आएं। बैड टच, गुड टच व सेल्फ डिफेंस के बारे में भी जानकारी दी गई। किसी भी प्रकार के अपराध की सूचनातुरंत पुलिस को 100 (पुलिस कंट्रोल रूम) व 112/1091 (महिला हेल्पलाइन) एवं 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन) सहितअन्य माध्यमों से जरूर दें। संस्था की निर्देशिका डॉ. गरिमा चौरसिया एवं प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार ने कार्यक्रम कीसफलता पर हर्ष व्यक्त किया। कार्यक्रम का आभार ऋषभ नाहटा ने व्यक्त किया l